जांजगीर-चांपा:जहरीली शराब से 2 युवकों की मौत, जांच शुरू
Sunday, October 27, 2024
बुड़गहन गांव में शराब से मौतें, पुलिस जांच जारी
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में बुड़गहन गांव में शराब पीने से दो युवकों की मौत का मामला सामने आया है। शनिवार की रात यह हादसा तब हुआ, जब दोनों युवक शराब पीने के तुरंत बाद बेहोश हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाने के पहले ही उनकी मौत हो गई। पुलिस जांच में पोस्टमार्टम रिपोर्ट से संकेत मिला है कि उनके पेट में कीटनाशक जैसे जहरीले तत्व पाए गए हैं। इसके बावजूद, वास्तविक कारण की पुष्टि के लिए उनके विसरा को आगे की जांच के लिए भेजा गया है।
पिछले साल भी हुई थीं शराब से मौतें
जांजगीर-चांपा में जहरीली शराब से मौत का यह पहला मामला नहीं है। पिछले साल 2023 में इसी जिले में तीन घटनाओं में जहरीली शराब पीने से आठ लोगों की जान गई थी। इनमें से पांच मौतों में हत्या का संदेह जताया गया था, जिसमें मृतकों के शरीर में जहर मिलने की पुष्टि हुई थी। ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति ने पुलिस और प्रशासन की चिंताएं बढ़ा दी हैं।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
मृतकों के मामा सुखसागर कुर्रे ने बताया कि वह अपने भांजे शिवा (19) और उसके दोस्त रूपेश कुमार साण्डे के साथ शराब खरीदने गए थे। शराब खरीदने के बाद तीनों अपने घर के पास पुलिया पर बैठकर पीने लगे। अचानक सुखसागर के फोन पर कॉल आ गया, जिससे वह बातचीत में व्यस्त हो गया और शराब पीने से बच गया। इस बीच, शिवा और रूपेश ने शराब पीनी शुरू कर दी। शराब का सेवन करते ही दोनों की हालत तेजी से बिगड़ने लगी, और उन्हें तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) बलौदा ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कीटनाशक का संकेत
डॉक्टरों ने मृतकों का पोस्टमार्टम बलौदा सीएचसी में किया। प्रारंभिक जांच में उनके पेट में कीटनाशक जैसे जहरीले तत्व पाए जाने का संकेत मिला है। डॉक्टरों के अनुसार, मृतकों के पेट से दुर्गंध भी महसूस हुई, जो कीटनाशक के संपर्क का एक लक्षण हो सकता है। हालांकि, वास्तविक कारण की पुष्टि के लिए विसरा को विशेष लैब में भेजा गया है, जहां से रिपोर्ट आने पर यह साफ हो सकेगा कि किस प्रकार के जहर ने उनकी जान ली।
पलिस की सतर्कता और आगामी जांच प्रक्रिया
इस मामले में पुलिस ने सतर्कता बढ़ा दी है और शराब विक्रेताओं के साथ-साथ उन लोगों से भी पूछताछ कर रही है, जो शराब की सप्लाई में शामिल हो सकते हैं। पुलिस का कहना है कि कई बार असामान्य परिस्थितियों में शराब में मिलावट की संभावना रहती है। अवैध शराब कारोबार पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस अभियान चला रही है।
नकली और जहरीली शराब का बढ़ता खतरा
छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में अवैध शराब के चलते जहरीली शराब से मौत के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके पीछे नकली शराब की सप्लाई चेन और कुछ मुनाफाखोरों का हाथ माना जाता है, जो अधिक लाभ कमाने के लिए शराब में खतरनाक रसायन मिलाते हैं। इस तरह की घटनाएं गांवों और शहरों में समान रूप से फैल चुकी हैं। इसी कारण, प्रशासन और पुलिस लगातार छापेमारी कर अवैध शराब माफियाओं को पकड़ने के प्रयास कर रहे हैं।
लोगों को जागरूक करने की जरूरत
ऐसी घटनाओं के बावजूद ग्रामीण क्षेत्रों में लोग सस्ते दामों पर उपलब्ध अवैध शराब की ओर आकर्षित होते हैं। उन्हें यह समझने की आवश्यकता है कि इनकी कीमत कम होने के पीछे उनमें इस्तेमाल किए गए खतरनाक रसायनों का हाथ होता है। जहरीली शराब से होने वाली मौतों को रोकने के लिए सरकार और स्थानीय प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए, और लोगों को इसके खतरों के प्रति जागरूक करना चाहिए।
जहरीली शराब से बचने के उपाय
जहरीली शराब से बचने के लिए निम्नलिखित उपायों पर ध्यान दिया जा सकता है:
1. प्रमाणित दुकानों से ही शराब खरीदें:** सुनिश्चित करें कि शराब प्रमाणित और सरकारी ठेके से ही खरीदी जा रही हो।
2. संदिग्ध गंध वाली शराब से बचें:** शराब की गुणवत्ता जांचे, और यदि उसमें कोई अजीब गंध हो तो उसे न पिएं।
3. समय रहते उपचार कराएं:** शराब पीने के तुरंत बाद किसी भी प्रकार की बेचैनी, उल्टी, या सिरदर्द महसूस हो तो नज़दीकी अस्पताल जाएं।
जांजगीर-चांपा जिले के बुड़गहन गांव में हुई इस घटना ने फिर से जहरीली शराब के खतरे को उजागर किया है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने मामले की जांच तेज कर दी है और दोषियों को पकड़ने के लिए कड़ी कार्रवाई की जा रही है। लोगों को भी जागरूक होना चाहिए और ऐसी घटनाओं से सबक लेकर अवैध शराब के सेवन से दूर रहना चाहिए ताकि इस तरह की दुखद घटनाओं को रोका जा सके।